किसानी मांगों को लेकर मरण व्रत पर बैठे किसान नेता डल्लेवाल को अपनी मरण व्रत को खत्म करके सरकार से बात करनी चाहिए : डा.सीमांत गर्ग
*केन्द्र सरकार को भी किसानों के साथ बातचीत करके किसानी मसले का हल जल्दी से जल्दी करना चाहिए
मोगा, 18 दिसंबर (jashan ) : किसानी मांगों को लेकर काफी समय से संघर्ष कर रहे तथा मरण व्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अपना मरण व्रत खत्म करके केन्द्र सरकार से बातचीत करनी चाहिए। क्योंकि केन्द्र सरकार हमेशा किसानों के साथ किसानी मांगों का हल करने के लिए कार्य कर रही है, फिर भी केन्द्र सरकार को किसानों के साथ बातचीत करके किसानी मसलों का जल्दी से जल्दी हल करना चाहिए। उक्त विचार भाजपा के जिलाध्यक्ष डा.सीमांत गर्ग ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को मरण व्रत खत्म करके बातचीत करने के संबंध में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रकट किए। डा.सीमांत गर्ग ने कहा कि संघर्ष करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। पर संघर्ष का रास्ता तभी अपनाया जाता है जब सरकार से बातचीत के रास्ते बंद हो जाए। उन्होंने कहा कि जो किसानी मांगे पंजाब सरकार से संबंधित हैं पंजाब सरकार भी उन मांगों का हल करने के लिए किसान जत्थेबंदियों से राबता कायम करके किसानी मांगों का हल करें, जो किसानों को मंडियों में तथा राज्य स्तर पर मुश्किलें आ रही हैं उस संबंध में किसानों से बातचीत करें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई बार देश के खासकर पंजाब के किसानों को कहा है कि यदि उन्हें कोई समस्या या मुश्किल है तो वह कभी भी उनके साथ आकर बातचीत कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि देश के अलग-अलग राज्यों के किसान उनसे किसानी मांगों को लेकर मिलते रहते हैं तथा उनकी समस्या का हल किया जाता है। डा.सीमांत गर्ग ने कहा कि पंजाब में भी किसान जत्थेबंदियों को चाहिए कि वह जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरण व्रत खत्म करवाकर उनके साथ केन्द्रीय कृषि मंत्री से जाकर मिलना चाहिए तथा अपनी समस्याओं का हल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह खुद भी भाजपा के पदाधिकारियों के साथ खनौरी बार्डर पर डल्लेवाल की सेहत का हालचाल पूछने तथा उन्हें अपना मरण व्रत खत्म करके बातचीत करने के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं वह किसानों की समस्याओं का हल करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सत्ता संभालते ही आह्वान किया था कि किसानों की आमदन को दुगना किया जाएगा। जिसके लिए वह किसानों की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं तथा जो फसलों का सरकारी खरीद मूल्य मोदी सरकार में बढ़ा है वह आज तक किसी सरकार में नहीं बढ़ा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश के 140 करोड़ लोगों के लिए कार्य करना होता है तथा उसी हिसाब से ही देश के सभी वर्गों के लिए योजनाएं बनाई जाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा किसानों से बातचीत करके उनकी समस्याओं का हल करने को प्राथमिकता दी है। इसलिए किसान भी हमारे भाई हैं तथा हम सभी मिलकर ही देश की तरक्की में अपना योगदान डाल रहे हैं। इसलिए अपने देश में ही हमें किसी संघर्ष का रास्ता अपनाए बिना बातचीत करके किसानी समस्याओं का हल निकालना चाहिए। केन्द्र सरकार को भी चाहिए कि वह किसानों की मांगों पर सहानुभूति से विचार करके उनका हल निकाले, ताकि किसानों की समस्याएं खत्म हो सके।