मुख्यमंत्री जी जो टोल प्लाजों की सीमा पूरी हो चुकी हैं उन्होंने तो बंद होना ही है, आप चलते टोल प्लाजों को सरकार की तरफ से पैसा देकर बंद करवाते तो बात बनती : डा.सीमांत गर्ग

*चिट्टे से हजारों नौजवान मौत के मुंह में जा रहे हैं, आप पंजाब में इतने लामलशकर के साथ चिट्टा बंद  करवाकर पंजाब की नौजवानी को बचाओ
*मुख्यमंत्री को पंजाब के नौजवानों को आस्ट्रेलिया शिक्षा के लिए जाने पर जो पाबंदी लगाई गई है उस पर ब् ाात करनी चाहिए
मोगा, 6 जुलाई (जशन):  गत दिवस पंजाब के मुख्यमंत्री ने मोगा के नजदीकी गांव सिंघावाला में टोल प्लाजा जिसकी  समय सीमा पूरी हो चुकी थीं तथा समझौते के अनुसार टोल प्लाजों को समय सीमा पूरी होने पर बंद करवाने  की कार्रवाई अधिकारियों की होती है पहले वह पत्र निकालते हैं तथा तारीख आने पर उसको बंद करने के  आदेश संबंधित डिप्टी कमिश्नर को दिए जाते हैं। पर गत दिवस जो सरकार का करोड़ों रुपए बंद करवाने में  मुख्यमंत्री तथा सुरक्षा कर्मियों के साथ-साथ अधिकारियों को वहां पहुंचने पर खर्च किया गया वह उसका  कोई लाभ किसी को नहीं हुआ। यदि सरकार ने अपनी पार्टी तथा अपनी सरकार की वाहीवाही लूटनी है तो  वह चल रहे टोल प्लाजे जिनकी समय सीमा रहती है उन कंपनियों को एक-एक करके सरकार की तरफ से  पैसा देकर बंद करवाते तो हम भी मुख्यमंत्री की प्रशंसा करने से पीछे न हटते। उक्त विचार भाजपा के  जिलाध्यक्ष डा.सीमांत गर्ग ने गत दिवस टोल प्लाजा बंद करने पर किए गए इकट्ठ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त  करते हुए प्रकट किए। डा.सीमांत गर्ग ने कहा कि आज पंजाब में चिट्टे की समस्या बहुत गंभीर रूप धारण  कर रही हैं तथा हमारे सैकड़ों नौजवान रोजाना चिट्टे की भेंट चढ़कर अपनी जानों को गंवा रहे हैं, यदि  सरकार इतना समय अपने लामलशकर व अधिकारियों के साथ चिट्टे को बंद करवाने में लगवाए तो हम प् ांजाब की जवानी को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक प्रदेश का होता है तथा प्रदेश के तीन  करोड़ लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए मुख्यमंत्री ने ध्यान देना होता है तथा पंजाब में लूट,  कत्लोगार्द, चोरियां, डकैतियों, फिरौतियों आदि की घटनाएं प्रतिदिन पंजाब के कई शहरों से हो रही हैं। पर  उनको रोकने में सरकार व पुलिस असफल रही हैं तथा घटनाएं हो जाने के बाद उनके आरोपियों को पकड़ने  के लिए कार्रवाईयां की जाती हैं, लेकिन उनको यह घटनाएं न हो इस पर ध्यान नहीं दिया जाता। जिस कारण  पंजाब के लोगों के लिए यह बड़ी समस्या बनी हुई हैं तथा जिस प्रकार हमारे नौजवान विदेशों में पलायन कर  रहे हैं, उसी प्रकार अब पंजाब के लोग भी ऐसी घटनाओं के बार-बार होने के कारण दूसरे राज्यों में जाने के  बारे सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी को चाहिए कि जो आस्ट्रेलिया सरकार ने हमारे शिक्षा के  लिए आस्ट्रेलिया जाने वाले बच्चों के लिए एंट्री बंद की गई है उस पर केन्द्र सरकार के साथ बातचीत करके  विदेश मंत्रालय से आग्रह करके इस एंट्री को दोबारा शुरू करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास  प्रदेश स्तर के बहुत काम है तथा शहर स्तर पर जो काम हैं वह डिप्टी कमिश्नरों तथा विधायकों को करने  देना चाहिए, ताकि प्रदेश स्तर के कार्यों में कोई मुश्किल पंजाब के लोगों को न आए।