सुप्रीम कोर्ट का नोटबंदी का फैसला एक ऐतिहासिक फैसला है : डा.सीमांत गर्ग

मोगा, 3 जनवरी (जश्न) : भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सीमांत गर्ग ने नोट बंदी पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस नेताओं से देश हित में लिए गए इस फैसले पर सवाल खड़े करने के लिए मुआफी  मांगने को  कहा है। भाजपा जिलाध्यक्ष डा.सीमांत गर्ग ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी अपने शासनकाल में जो कुछ करती रही है, भाजपा की मोदी सरकार आने के बाद केन्द्र के फैसले पर उसी मानसिकता के साथ सवाल खड़े करना शुरू कर देती है, क्योंकि कांग्रेस के लोग जानते हैं कि वे किस तरह अपनी सरकार के समय में निजी हित में फैसले लेते रहे हैं। कांग्रेस सरकार के फैसलों से कांग्रेस के लोगों का फायदा होता रहा है, लेकिन देश के लोगों का नहीं। आज जब भाजपा देश हित में फैसले ले रही है तो कांग्रेस के नेता उन्हें पचा नहीं पा रहे हैं। डा.सीमांत गर्ग ने कहा है कि वे किसी का नाम नहीं लेना चाहते हैं लेकिन पूरा जिला जानता है कि कांग्रेस नेताओं ने किस प्रकार से नोटबंदी के फैसले का मजाक बनाया था। मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाए थे, आज जब देश की सर्वोच्च अदालत ने भी केन्द्र सरकार के फैसले को सही ठहरा दिया है तो अब कांग्रेस ही नहीं बल्कि हर गैर भाजपा के उन नेताओं को देश वासियों से माफी मांगनी चाहिए जो नोटबंदी पर सवाल खड़े करते रहे हैं। डा.सीमांत गर्ग ने कानून व्यवस्था को लेकर भी गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है शहर ही नहीं जिले में मोबाइल लूट, बाइक चोरी की घटनाओं में काफी ज्यादा वृद्धि हुई है, शायद ही कोई दिन ऐसा हो जब इन घटनाओं के बिना दिन गुजरता हो। थाने बिना पुलिस के खाली होते जा रहे हैं। जब तक थानों में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल ही नहीं होगा तब तक अपराधों पर अंकुश कैसे लगेगा, सरकार का इस तरफ ध्यान ही नहीं है। चुनाव के समय आम आदमी पार्टी ने माइनिंग माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर बड़ी बड़ी बातें कर रेत सस्ता करने का वादा किया था, ये झूठ जनता के सामने आ चुका है, पहले सिर्फ अवैध माइनिंग होती थी, अब रेत की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। इससे विकास के काम तो ठप हुए ही हैं, साथ ही निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों का रोजगार भी छिन गया है। आम आदमी पार्टी की सरकार आम आदमी की चिंता से ही कहीं दूर दिखाई दे रही है। भाजपा जल्द ही सरकार की इन नाकामियों के खिलाफ जनता के बीच में जाएगी।