आई.एस.आई. के इशारे पर बयान देने वाले बिलावल भुट्टों को 1971 व कारगिल के युद्धों बारे इतिहास जान लेना चाहिए: डा. सीमांत गर्ग

*भारत विरोधी बयान देने के विरुद्ध बिलावल भुट्टों भारत से माफी मांगे

मोगा, 18 दिसंबर (जश्न) : पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त आई.एस.आई. के इशारे पर बयान देने वाले पाकिस्तान के नए उभर रहे नेता बिलावल भुट्टों भारत विरोधी बयान देकर पाकिस्तान में अपनी छवि बनाने की कोशिश कर रहा है। पर बिलावल भुट्टों को 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध जिसमें 90 हजार से अधिक पाकिस्तान के सैनिकों ने आत्म समर्पण किया था तथा कारगिल के 1999-2000 के युद्ध में भी धोखा देकर युद्ध करने वाले पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थीं, उसके इतिहास को बिलावल भुट्टों को पढ़ लेना चाहिए। उक्त विचार भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी मैंबर व प्रसिद्ध समाज सेवी डा. सीमांत गर्ग ने विलावल भुट्टों द्वारा भारत विरोधी दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रकट किए। डा. सीमांत गर्ग ने कहा कि पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि कोई भी नेता जो पाकिस्तान में सत्ता हासिल करना चाहता है तो वह भारत विरोधी बयान देकर अपनी छवि बनाने की कोशिश करता है। इसी तरह बिलावल भुट्टों भी अपनी छवि पाकिस्तान लोगों के सामने बनाने के लिए भारत विरोधी बयान दे रहा है। उन्होंने कहा कि बिलावल भुट्टों को अपने दादा तथा अपनी माता के समय में हुई घटनाओं को अच्छी तरह पढ़ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज 21 वीं शताब्दी हैं तथा बिलावल भुट्टों भारत विरोधी बयान देकर अब नेता नहीं बन सकते, नेता बनने के लिए उन्हें लोगों की सेवा करनी पड़ेगी तथा भारत विरोधी बयान देकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का युग खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि बिलावल भुट्टों को भारत विरोधी बयान देने के लिए भारत से माफी मांगनी चाहिए।