कृषि कानून रद्द होने पर देवप्रिय त्यागी बोले- लोकतंत्र में संवाद की अनसुनी नहीं कर सकते, पीएम ने किया ऐतिहासिक काम

मोगा,19 (जश्न) : भाजपा सरकार ने हमेशा किसानों के हित में काम किए हैं। गुरु नानक के प्रकट पर्व पर किसानों की खातिर पीएम मोदी ने बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के निर्णय पर पंजाब भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के सदस्य देवप्रिय त्यागी ने कहा कि, कृषि कानून चाहें जैसे भी रहे हों, लेकिन अगर कहीं से भी आवाज निकली है तो लोकतंत्र में संवाद की अनसुनी नहीं कर सकते। जब कहीं से आवाज उठी है तो उसकी भी सुनवाई होगी, बातचीत से, संवाद से हम इन समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। देवप्रिय त्यागी ने पीएम मोदी के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हम सब जानते हैं कि तीन कृषि कानूनों को लेकर कुछ किसान संगठन आंदोलन कर रहे थे और आज गुरू पर्व पर प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर जो ऐतिहासिक काम किया है, उसका मैं हृदय से स्वागत करता हूं। देवप्रिय त्यागी ने कहा कि अब किसानों के हित में एक आयोग बनना चाहिए। उस आयोग में केन्द्र सरकार और किसान संगठनों के लोग होने चाहिए, जो कि किसानों से जुड़े फैसले लें।